➤ हिमाचल कांग्रेस ने “वोट चोर गद्दी छोड़” सिग्नेचर अभियान की प्रतियां दिल्ली AICC को भेजीं
➤ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने दिखाई हरी झंडी
➤ अभियान में लक्ष्य से अधिक एक लाख 43 हजार हस्ताक्षर, कांग्रेस ने कहा – लोकतंत्र बचाने की मुहिम जारी
शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने राहुल गांधी के “वोट चोर गद्दी छोड़” कार्यक्रम के तहत चलाए गए हस्ताक्षर अभियान की प्रतियों को दिल्ली स्थित AICC मुख्यालय के लिए रवाना किया। शिमला कांग्रेस भवन से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने अभियान की प्रतियों से भरी गाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि भाजपा देश में वोट चोरी कर लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। राहुल गांधी इस विषय पर तथ्यों सहित प्रमाण दे चुके हैं, लेकिन चुनाव आयोग मौन है और जांच से बच रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा, महाराष्ट्र और अब बिहार में भी भाजपा द्वारा मतदान प्रक्रिया में धांधली के संकेत मिले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए जनता को जागरूक करना आवश्यक है और कांग्रेस इसी दिशा में देशव्यापी आंदोलन चला रही है।
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि पार्टी को एक लाख हस्ताक्षरों का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन हिमाचल की जनता ने इसे पार करते हुए 1 लाख 43 हजार हस्ताक्षर किए। ये प्रतियां अब दिल्ली AICC को भेजी जा रही हैं, जहां से इन्हें राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा ताकि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद को यह बताया जा सके कि भाजपा किस तरह से चुनावी धांधली कर लोकतंत्र की हत्या कर रही है।
प्रतिभा सिंह ने साथ ही कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है और जनता भाजपा के खिलाफ अब खुलकर खड़ी हो रही है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के “पांच पांडव” वाले बयान पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि पांच गुटों में बंटी भाजपा खुद को कलयुगी पांडव बताकर जनता को गुमराह कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पांडव सत्य और अधिकार की लड़ाई लड़ते थे, जबकि भाजपा झूठ की लड़ाई लड़ रही है। आज की भाजपा गुटबाजी में उलझी पार्टी बनकर रह गई है जो अपने-अपने गुटों को मजबूत करने के लिए षड्यंत्रों का सहारा ले रही है।
सुक्खू ने कहा कि भाजपा को यह पूछना चाहिए कि क्या उन्होंने कभी हिमाचल प्रदेश के अधिकारों की लड़ाई लड़ी है? उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 1500 करोड़ रुपये की सहायता राशि अब तक नहीं मिली है। “अगर भाजपा सच में प्रदेश हित चाहती है तो हम उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रधानमंत्री से मिलने को तैयार हैं,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा आने के बाद भाजपा एक बार भी केंद्र के पास मदद मांगने नहीं गई। विधानसभा में खुद प्रस्ताव लाया और बाद में उसी प्रस्ताव के खिलाफ वॉकआउट कर दिया। अब अपनी नाकामी छिपाने के लिए खुद को कलयुगी पांडव बताने की कोशिश की जा रही है।
सुक्खू ने कहा, “भाजपा को चाहिए कि गुटबाजी छोड़कर एकजुट हो और प्रदेश के हित में केंद्र से सहायता मांगे। लोकोक्तियां सुनाने और खुद को बड़ा बताने से जनता का विश्वास नहीं जीता जा सकता।”
उन्होंने भाजपा के भीतर मची उठापटक पर भी कटाक्ष किया — “जयराम ठाकुर खुद कह रहे हैं ‘इतना बड़ा नेता है तो सीटें जिताकर लाओ’, ये बयान भाजपा की गुटबाजी का सबूत हैं। मंडी में अनुराग ठाकुर को भविष्य का मुख्यमंत्री बताने के नारे लगे तो जयराम ने भी जवाब दिया — ‘मैंने 10 में से 9 सीटें जिताई हैं।’ यही भाजपा की असली स्थिति है।”
सुक्खू ने कहा कि भाजपा को अब प्रदेश हितों और जनता की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी दोहराया कि पूर्व भाजपा सरकार ने प्रदेश की संपदा को नीलाम किया, और जल्द ही इन तथ्यों को जनता के सामने लाया जाएगा।



